Tuesday, 23 August 2016

ख़ुदा की इबादत

    तेरे आँखों का ये तसब्बुर
       तेरे मुस्कुराती लव
    जैसे ख़ुदा की इबादत हो,
         तेरे बिखरे जुल्फे
       तेरे मध् मस्त आदयें
जैसे मेरे ज़िन्दगी मे कोई भरता रंग हो,
     कौन कहता है ख़ुदा नही है
तुझे महसूस कर उसे भी पा लिया 

Sunday, 21 August 2016

यादें

आइनो मे भी देखने लगे अब तस्वीर तुम्हारी
हवाओं मे भी तुम्हे महसूस करता हु..

बारिश की बूंदो मे याद तुम्हारे आती है ...

जब भी मुश्किलों मे  या तनहा होता हु
कभी आइना , कभी बारिश तो कभी
हवा बनकर आ जाते हो ....

शायद मुझे से ज्यादा तुम मुझे समझ ते हो..