रोक ना था इस दिल को पर,
दिल ने ना सुनी हमारी
मै कहता रहा ज़ालिम है ये दुनिया
यहाँ परवाह किसको है तेरी,
मतलबी है सब यहाँ
ज़ीते है अपने लिए सभी
अब ये कहानी आम है इस
मतलबी दुनिया की,
अब तुम्हारी जरुरत नहीं है
किसे को अभी
रोक ना था इस दिल को पर,
दिल ने ना सुनी हमारी ..
दिल ने ना सुनी हमारी
मै कहता रहा ज़ालिम है ये दुनिया
यहाँ परवाह किसको है तेरी,
मतलबी है सब यहाँ
ज़ीते है अपने लिए सभी
अब ये कहानी आम है इस
मतलबी दुनिया की,
अब तुम्हारी जरुरत नहीं है
किसे को अभी
रोक ना था इस दिल को पर,
दिल ने ना सुनी हमारी ..
अक्सर दिल से ये गलतफैमी हो जाती है
हमारी दिल की धड़कन को कोई और भी
महसूस कर रहा है,
तुझे कहा पता तेरी दिल की धड़कन का
कोई मोल नहीं,
जीतें है नापतोल के सभी यहाँ
तू अनमोल नहीं
जज़्बातों मे बह कर ये सोचते है
जीत लूँगा सारी दुनिया,
यहाँ फ़ुर्सत किस को है जो
सुने बात तुम्हारी ,
मतलबी है दुनिया ज़ीते है
यहाँ अपने लिए सभी
रोक ना था इस दिल को पर
दिल ने ना सुनी हमारी ..
दिल तो ना समझ है
दुनिया तो समझदार थी ,
फिर क्यों ना समझाया इस दिल को ,
हर चेहरे पर एक नक़ाब चढ़ा होता है
जैसी दिखते है दुनिया वैसी
बिलकुल नहीं है.
हर नक़ाब के पीछे छिपा चेहरा
इतना बुरा है
इतना तरकी कर ली है इंसानो ने
साथ रह कर भी पहचान नही पाता
देखते ही देखते विश्वास का
खून हो जाता है
रोक ना था इस दिल को पर
दिल ने ना सुनी हमारी ..
:- Gautam Raj
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